Header Ads

आखिर सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई क्यों मारना चाहता है? मिल गया सटीक जवाब। यहां पढ़ें।

 

प्रस्तावना



बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बीच का संघर्ष अब केवल कानूनी या व्यक्तिगत मामला नहीं रहा, बल्कि यह एक गंभीर राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। 1998 के काले हिरण शिकार मामले से शुरू हुई यह दुश्मनी समय के साथ बढ़ती गई है और 2024 में यह और भी हिंसक रूप में सामने आई है। बिश्नोई के नेतृत्व वाला गिरोह न केवल सलमान खान को सीधे तौर पर धमकियां दे रहा है, बल्कि उनके करीबी लोगों पर हमले भी कर रहा है। इस पूरे मामले ने भारत में सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था के मुद्दों को भी उठाया है।


1998 का काला हिरण शिकार मामला


1998 में राजस्थान के जोधपुर में फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान पर दो काले हिरणों का शिकार करने का आरोप लगा। यह मामला सालों तक अदालतों में खींचता रहा, और 2018 में सलमान को दोषी ठहराया गया, हालांकि उन्हें जमानत मिल गई। काला हिरण बिश्नोई समुदाय के लिए एक पवित्र जानवर है, और इसी कारण लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान के खिलाफ एक निजी दुश्मनी पाल ली। उस समय बिश्नोई मात्र पाँच वर्ष का था, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, उसने सलमान के खिलाफ अपनी धमकियों को और भी मजबूत किया।



लॉरेंस बिश्नोई का उदय और सलमान खान को धमकी


लॉरेंस बिश्नोई ने पहली बार 2018 में सलमान खान को धमकी दी जब वह जोधपुर की एक अदालत में पेश हुआ। पुलिस हिरासत में रहते हुए उसने कहा था, "सलमान खान को यहां जोधपुर में मार दिया जाएगा।" इस बयान ने देशभर में सनसनी फैला दी। बिश्नोई के इस बयान के बाद सलमान खान के लिए खतरा बढ़ गया और पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी।


हालांकि, यह केवल धमकी नहीं थी। 2022 में, सलमान के पिता सलीम खान को एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें कहा गया था कि उनका हश्र भी पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला जैसा होगा, जिसे बिश्नोई गिरोह ने ही मारा था। यह पत्र सलमान के मुंबई स्थित घर के पास मिला था, जिससे उनकी सुरक्षा और भी सख्त कर दी गई।


बिश्नोई गिरोह की गतिविधियाँ और सलमान पर हमले


2024 में बिश्नोई गिरोह की गतिविधियाँ चरम पर पहुंच गईं। अप्रैल में सलमान के मुंबई स्थित घर पर फायरिंग हुई, जिसमें दो अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के बाहर गोलियाँ चलाईं। इस घटना ने सलमान और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया, हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने इसे बिश्नोई गिरोह की हरकत माना और आरोपियों की धरपकड़ के लिए बड़े पैमाने पर छानबीन शुरू की।


इसके बाद एक और गंभीर घटना घटी, जब अक्टूबर 2024 में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी सलमान के करीबी दोस्त थे और उनके इफ्तार पार्टियों में सलमान की नियमित उपस्थिति होती थी। बिश्नोई गिरोह ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली और यह स्पष्ट किया कि यह केवल एक संदेश था कि जो भी सलमान खान का साथ देगा, उसका यही अंजाम होगा।


अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिश्नोई गिरोह की धमकियाँ


सलमान खान पर खतरे की गंभीरता केवल भारत तक सीमित नहीं है। बिश्नोई गिरोह ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सलमान खान से जुड़े लोगों को धमकाया है। 2024 में ही कनाडा में पंजाबी गायक AP Dhillon के घर के बाहर गोलीबारी की गई, क्योंकि उन्होंने सलमान खान के साथ एक म्यूजिक वीडियो में काम किया था। इस घटना के बाद यह साफ हो गया कि बिश्नोई गिरोह की गतिविधियाँ केवल भारत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अन्य देशों में भी अपनी पकड़ बढ़ा रहे हैं।



सलमान खान की सुरक्षा और पुलिस की कार्रवाई


सलमान खान को वर्तमान में Y+ सुरक्षा दी गई है, जिसका अर्थ है कि उनके साथ चार निजी सुरक्षा गार्ड और दो पुलिसकर्मी हर समय मौजूद रहते हैं। यह सुरक्षा उनके मुंबई स्थित घर और पनवेल फार्महाउस दोनों जगहों पर कड़ी की गई है। इसके बावजूद, बिश्नोई गिरोह की धमकियाँ और हमले लगातार जारी हैं, जिससे सलमान और उनके परिवार को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है।



बिश्नोई गिरोह की आंतरिक राजनीति और गिरोह की बढ़ती ताकत


लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह केवल सलमान खान पर हमले नहीं कर रहा है, बल्कि यह गिरोह देश के कई हिस्सों में सक्रिय है। बिश्नोई के जेल में होने के बावजूद, उसके गिरोह के सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। गिरोह के पास हथियारों और धन की भरमार है, जो इसे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनाता है।


निष्कर्ष


सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की यह दुश्मनी केवल एक व्यक्तिगत या कानूनी मसला नहीं रह गया है। यह अब एक राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा बन गया है, जिसमें कई निर्दोष लोग भी शिकार हो रहे हैं। बिश्नोई गिरोह की हिंसक गतिविधियाँ, सलमान खान पर लगातार हमले और धमकियाँ, और पुलिस की सख्त कार्रवाई के बावजूद यह दुश्मनी थमने का नाम नहीं ले रही है। सवाल यह है कि क्या इस दुश्मनी का कभी अंत होगा, या यह और भी गंभीर रूप लेगी?


आने वाले समय में इस मामले पर नज़र बनाए रखना ज़रूरी होगा, क्योंकि इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।


कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.